परमाणु युद्ध की दहलीज पर दुनिया! पुतिन ने रूस की परमाणु नीति पर कर दिए हस्ताक्षर
रूस अब इस तरह के हमलों का जवाब परमाणु हथियारों से दे सकता है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने भी इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के हमले बदले हुए दस्तावेज के तहत परमाणु प्रतिक्रिया को बढ़ावा दे सकते हैं. दूसरे शब्दों में, अगर यूक्रेन आगे भी अमेरिकी मिसाइलों का इस्तेमाल जारी रखता है तो रूस और अमेरिका के बीच परमाणु युद्ध छिड़ सकता है. परमाणु युद्ध की दहलीज पर दुनिया! पुतिन ने रूस की परमाणु नीति पर कर दिए हस्ताक्षर
दुनिया में परमाणु हथियारों का सबसे बड़ा जखीरा रूस के पास है. परमाणु युद्ध की उसकी धमकियां जिस दिन हकीकत में बदलीं, दुनिया तबाह हो जाएगी! शायद तबाही का वह दिन अब ज्यादा दूर नहीं. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए परमाणु हथियारों को लॉन्च कर पाना बेहद आसान हो गया है. पुतिन ने मंगलवार को रूस की नई परमाणु नीति पर हस्ताक्षर कर दिए. इसमें कहा गया है कि न्यूक्लियर पावर का सपोर्ट लेकर कोई देश अगर रूस पर हमला करता है तो इसे साझा हमला माना जाएगा. यानी रूस उस परमाणु शक्ति संपन्न देश के खिलाफ भी परमाणु हथियार चला सकता है. नई नीति को मंजूरी देकर पुतिन ने परमाणु युद्ध का खतरा कई गुना बढ़ा दिया है.पुतिन के इस कदम को रूस-यूक्रेन युद्ध की हालिया स्थिति से जोड़कर देखने की जरूरत है. यूक्रेन ने एक दिन पहले ही, अमेरिका से मिली बैलिस्टिक मिसाइलों से रूस पर हमला बोला है. यह 1000 दिन पहले शुरू हुए युद्ध में पहली बार था जब अमेरिका ने यूक्रेन को लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागने की इजाजत दी. आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) की मिसाइलों की रेंज 300 किलोमीटर तक है. अमेरिकी मिसाइलों के इस यूक्रेनी वार से रूस बौखला गया है. नई परमाणु नीति के तहत, रूस अब इस तरह के हमलों का जवाब परमाणु हथियारों से दे सकता है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने भी इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के हमले बदले हुए दस्तावेज के तहत परमाणु प्रतिक्रिया को बढ़ावा दे सकते हैं. दूसरे शब्दों में, अगर यूक्रेन आगे भी अमेरिकी मिसाइलों का इस्तेमाल जारी रखता है तो रूस और अमेरिका के बीच परमाणु युद्ध छिड़ सकता है. परमाणु युद्ध की दहलीज पर दुनिया! पुतिन ने रूस की परमाणु नीति पर कर दिए हस्ताक्षर
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